Monday, January 25, 2016

विजय, विराट और 26 जनवरी से जुड़ा दिलचस्प आंकड़ा

    भारत का गणतंत्र दिवस यानि 26 जनवरी। भारत के दो बल्लेबाजों ने 26 जनवरी के दिन टेस्ट मैचों में शतक लगाये थे। दिलचस्प बात यह है कि इन दोनों आंकड़ों में बहुत अधिक समानता है। आपको बता दूं कि 26 जनवरी को टेस्ट मैचों में शतक पूरे करने वाले इन दोनों क्रिकेटरों के नाम अंग्रेजी के अक्षर 'वी' से शुरू होते हैं। इन दोनों ने एक देश आस्ट्रेलिया के खिलाफ यह शतक लगाया। मैदान भी एक ही था एडिलेड ओवल। दोनों ने टेस्ट मैच के तीसरे दिन शतक पूरा किया। यह इन दोनों का टेस्ट मैचों में पहला शतक था। और इससे भी बढ़कर दोनों ने एक समान 116 रन बनाये। दोनों ने भारत की पहली पारी में यह स्कोर बनाया। एडिलेड ओवल में दोनों बार श्रृंखला का चौथा टेस्ट मैच खेला गया था। भारत 64 साल के अंतराल में खेले गये इन दोनों मैचों में बड़े अंतर से हार गया था।
  दिलचस्पी बढ़ गयी तो अब आपको उन दोनों क्रिकेटरों के बारे में भी बता देता हूं। ये क्रिकेटर हैं अपने जमाने के बेहतरीन बल्लेबाज विजय हजारे और वर्तमान समय में भारतीय क्रिकेट की धड़कन विराट कोहली। संयोग से हजारे 26 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतक पूरा करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज थे। उन्होंने भारत के गणतंत्र बनने से दो साल पहले यानि 1948 को अपने टेस्ट करियर का पहला शतक पूरा किया था। आस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पारी सात विकेट पर 674 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी। महान डान ब्रैडमैन ने 201 रन की पारी खेली थी। भारत की पहली पारी 24 जनवरी को शुरू हो गयी थी, लेकिन 25 जनवरी विश्राम का दिन था और इस तरह से हजारे मैच के तीसरे दिन यानि 26 जनवरी को क्रीज पर उतरे और दिन के आखिर में 108 रन बनाकर नाबाद रहे। वह आखिर में 116 रन बनाकर पगबाधा आउट हुए। यह हजारे का टेस्ट मैचों में पहला शतक था। इससे पहले उनका उच्चतम स्कोर 44 रन था। दत्तू फडकर ने भी 123 रन बनाये लेकिन उन्होंने अपना शतक 27 जनवरी को पूरा किया था। भारतीय टीम इसके बावजूद 381 रन ही बना सकी और उसे फालोआन करना पड़ा। हजारे ने दूसरी पारी में भी 145 रन बनाये थे लेकिन वह भारत को पारी और 16 रन से हारने से नहीं बचा पाये थे।
   ब चर्चा करते हैं विराट कोहली के शतक। कोहली ने 26 जनवरी 2012 को अपने टेस्ट करियर का पहला शतक लगाया था। आस्ट्रेलिया ने 1948 वाले मैच की तरह टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी सात विकेट पर 604 रन बनाकर समाप्त घोषित की। रिकी पोंटिंग और माइकल क्लार्क दोनों ने दोहरे शतक लगाये। अब टेस्ट मैचों में विश्राम का दिन नहीं होता लेकिन मैच 24 जनवरी से शुरू हुआ था इसलिए कोहली को मैच के तीसरे दिन यानि 26 जनवरी को क्रीज पर उतरने का मौका मिला। कोहली आखिर में 116 रन बनाकर पगबाधा आउट हुए। इससे पहले कोहली का टेस्ट मैचों में उच्चतम स्कोर 75 रन था। भारत का कोई भी अन्य बल्लेबाज नहीं चला और पूरी टीम 272 रन पर लुढक गयी। आस्ट्रेलिया ने इस बार फालोआन नहीं दिया लेकिन आखिर में वह 298 रन के बड़े अंतर से जीत दर्ज करने में सफल रहा। ये था भारतीय बल्लेबाजों के 26 जनवरी को लगाये गये टेस्ट शतकों का किस्सा।
    हजारे के शतक से लेकर कोहली के शतक तक 26 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (टेस्ट, वनडे और टी20) में कुल 21 शतक पूरे किये गये। इनमें महिला क्रिकेट में लगे दो शतक भी शामिल हैं। आस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन अकेले ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने 26 जनवरी को दो बार शतक पूरे किये। हेडन ने 1997 में वेस्टइंडीज और 2008 में भारत के खिलाफ इस दिन टेस्ट शतक पूरे किये थे। संयोग से हेडन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक एडिलेड ओवल में ही लगाया था और उनका यह टेस्ट मैचों में पहला शतक भी था। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों की बात करें तो जिम्बाब्वे के ग्रीम फ्लावर और आस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट ने अपने करियर का पहला वनडे शतक 26 जनवरी को ही लगाया था। आस्ट्रेलिया के मार्क वॉ ने 26 जनवरी 2000 को भारत के खिलाफ एडिलेड ओवल में 116 रन बनाये थे। महिला क्रिकेट में आस्ट्रेलिया की दिग्गज बल्लेबाज बेलिंडा क्लार्क ने 26 जनवरी को ही अपना पहला टेस्ट शतक लगाया था। भारत के खिलाफ नार्थ सिडनी ओवल में 1991 को खेला गया यह मैच क्लार्क का पदार्पण टेस्ट भी था। दक्षिण अफ्रीका की महिला क्रिकेटर जोमारी लोगटनबर्ग ने भी वनडे में अपना पहला शतक 26 जनवरी को लगाया था।
       अगर आपको यह जानकारी दिलचस्प लगी तो एक टिप्पणी बनती है नीचे के कालम में। आपका धर्मेन्द्र पंत 

Sunday, December 6, 2015

भारत के लिये टेस्ट की दोनों पारियों में शतक

    जिंक्य रहाणे एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले विशिष्ट क्लब में शामिल हो गये हैं। यह कारनामा करने वाले वह भारत के पांचवें बल्लेबाज हैं। विजय हजारे पहले बल्लेबाज थे जिन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 1998 में एडिलेड में 116 और 145 रन बनाये थे। इसके बाद सुनील गावस्कर ने तीन अवसरों पर यह कारनामा किया। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 1971 में अपनी पदार्पण सीरीज में पोर्ट आफ स्पेन में 124 और 220 रन, पाकिस्तान के खिलाफ 1978 में कराची में 111 ओर 137 रन तथा वेस्टइंडीज के खिलाफ 1978 में ही कोलकाता में 107 और नाबाद 182 रन बनाये।

अंजिक्य रहाणे: भारतीय टीम के नये श्रीमान भरोसेमंद 
 
       राहुल द्रविड़ ने भी दो बार यह उपलब्धि हासिल की। न्यूजीलैंड के खिलाफ 1999 में हैमिल्टन में 190 और नाबाद 103 तथा पाकिस्तान के खिलाफ 2005 में  कोलकाता में 110 और 135 रन। वर्तमान टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2014 में एडिलेड में 115 और 141 रन बनाकर इस सूची में अपना नाम लिखवाया था। अब रहाणे इस क्लब के नये सदस्य हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नयी दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में 2015 में 127 और नाबाद 100 रन बनाये।
       वैसे एक और जानकारी इसमें शामिल कर दूं कि रहाणे छह दिसंबर को टेस्ट मैचों में शतक पूरा करने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं। गावस्कर ने 1977 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में दूसरी पारी में 113 रन बनाये थे। गावस्कर से भी पहले एक अन्य भारतीय इफ्तिखार अली खां पटौदी ने छह दिसंबर को टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाया था। लेकिन उन्होंने यह शतक इंग्लैंड की तरफ से आस्ट्रेलिया के खिलाफ 1932 में सिडनी में लगाया था। पटौदी का यह पदार्पण टेस्ट था जिसकी पहली पारी में उन्होंने 102 रन बनाये थे। यह छह दिसंबर को टेस्ट मैचों में बना पहला शतक भी था। नवाब पटौदी ने इंग्लैंड के लिये तीन टेस्ट मैच खेले। उन्होंने बाद में भारत की तरफ से भी तीन टेस्ट मैच खेले थे।